सीमा ने ट्रेन में ही यह मन बना लिया था कि यदि वह उस लड़के से शादी करना चाहती है तो उसे मेहनत कर एक आईएएस अफसर बनना ही होगा। अब सीमा को अपने सपनों का राजकुमार मिल चुका था। कुल मिलाकर देखा जाए तो उसका दूसरा सपना पूरा हो चुका था कि वह एक आईएएस अफसर से मिल चुकी थी। अब उसका पहला सपना पूरा होना बाकी था और अपने दूसरे सपने को पूरा करने के लिए भी सीमा को अपना पहला सपना पूरा करने की ही आवश्यकता थी। कम शब्दों में कहा जाए तो सीमा को किसी भी हाल में आईएएस की परीक्षा क्लियर करनी थी।
अब दोनों ही अपने-अपने गंतव्य स्थान पर पहुंच चुके थे। दोनों अपने घरों के लिए रवाना हो गए। लेकिन दोनों की मन में एक दूसरे का ही ख्याल चल रहा था। वह लड़का यह सोच रहा था कि सीमा कितनी मेहनती है और वह अपने सपने को लेकर कितना ज्यादा लग्नशील है।

कुल मिलाकर वह लड़का सीमा से काफी ज्यादा प्रभावित हो चुका था वह भी मन ही मन यह सोच रहा था कि काश सीमा जैसी लड़की से उसकी शादी हो जाए। वही सीमा यह सोचे जा रही थी कि उसे किसी भी तरह आईएएस की परीक्षा क्लियर करनी है और उस लड़के से शादी करने के लिए उसका लेवल मैच करना होगा।
बस फिर क्या था सीमा घर पर यही सब सोचते सोचते खुशी-खुशी रह रही थी। वह अपने मां-बाप के साथ खूब अच्छे से समय व्यतीत कर रही थी। वह घर के काम में मां की मदद भी कर रही थी और साथ ही साथ अपनी पढ़ाई भी कर रही थी। लेकिन एक भी दिन सीमा और उस लड़के की कोई बातचीत ना हो पाई थी।
इसी तरह दिवाली का त्यौहार आ गया दोनों ही अपने-अपने घरों में धूमधाम से दिवाली मनाई। सीमा ने वापस मुखर्जी नगर लौटने के लिए अगले दो दिन बाद की टिकट ले ली थी। जैसे ही सीमा ने टिकट बुक की उसके फोन की घंटी बजती है। सीमा उस फोन को उठाती है तो उधर से उस लड़के की आवाज सुन कर सीमा का मनपसंद प्रसन्नता से भर गया। दरअसल उस लड़के ने भी 2 दिन बाद दिल्ली जाने की टिकट की थी। यही बताने के लिए उसने सीमा को फोन किया था। अब तो सीमा की प्रसन्नता का कोई ठिकाना नहीं रह गया था क्योंकि वह अपने सपनों के राजकुमार के साथ फिर से एक और सफर करने जा रही थी।
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2 दिन बाद वापस जाते वक्त जब उन दोनों की ट्रेन में बातचीत हुई तो इन दोनों के बीच यह तय हुआ कि वह लड़का रोज समय निकालकर सीमा को 2 घंटे पढ़ाया करेगा।
देखते ही देखते सीमा और उस लड़के की दोस्ती काफी ज्यादा गहरी हो चुकी थी। अब सीमा के पेपर का दिन दूर नहीं था। कुछ दिन बीतने के बाद सीमा का पेपर आ गया लेकिन सीमा का पेपर कुछ ज्यादा अच्छा नहीं हुआ था क्योंकि पेपर में कुछ ऐसे प्रश्न पूछे गए थे जो उसे आते ही नहीं थे। इसके बाद सीमा काफी उदास थी कुछ दिन बाद रिजल्ट आया तो सीमा को जिस बात का डर था वही हुआ सीमा अपनी परीक्षा में उत्तीर्ण ना हो सकी।

अब सीमा की टेंशन और ज्यादा बढ़ने लगी थी। क्योंकि वह घर से दूर नौकरी और काम दोनों कर रही थी। लेकिन उसके पास इतना ज्यादा समय नहीं था कि वह तैयारी करती रहे। उसके मां-बाप भी उसे यह कहने लगे थे कि उसे एक बार और परीक्षा देकर देखनी चाहिए। यदि फिर भी उसका पेपर क्लियर नहीं हो पाता है तो सीमा को किसी और सरकारी नौकरी की तलाश करनी शुरू कर देनी चाहिए और सरकारी नौकरियों के फॉर्म भरने चाहिए।
लेकिन वह आईएएस लड़का अभी भी सीमा का साथ दे रहा था और उसे कह रहा था कि वह जितना चाहे उतना पढ़ सकती है। वह जब तक चाहे उतनी बार पेपर देकर कोशिश कर सकती है। उसे कोई जल्दी नहीं करनी चाहिए। क्योंकि आईएएस की परीक्षा में यकीनन बहुत ज्यादा मेहनत लगती है और सीमा तो दो काम एक साथ कर रही है। उसने कई बार सीमा को नौकरी छोड़ देने की आ गई थी उसने यह भी कहा कि उसके पास अच्छी नौकरी है वह चाहे तो सीमा को हर महीने ₹8000 दे सकता है।
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लेकिन सीमा यह नहीं जानती थी कि वह उससे किस हक से पैसा ले। इसीलिए वह हर बार इनकार कर देती थी। खैर सीमा ने अपना दूसरा प्रयास दिया उसमें भी वह असफल रही। अब सीमा पूरी तरह से टूट चुकी थी। सीमा के घर वालों ने भी उसे कह दिया था कि उसे वापस घर लौट आना चाहिए। लेकिन सीमा ने बहुत ज्यादा कोशिश कर अपने घर वालों को एक आखरी बार परीक्षा देने के लिए मना लिया था।

इसी तरह सीमा ने एक बार फिर से उस लड़के के साथ मिलकर खूब लगन से पढ़ाई की और 1 वर्ष बाद फिर से परीक्षा दी। इस बार सीमा की मेहनत रंग लाई और उसकी परीक्षा पास हो गई। जी हां अब सीमा भी एक आईएएस अफसर बन चुकी थी। सीमा का सपना सच हो गया था या फिर यह कहिए की सीमा के पंख लग गए थे। सीमा के मां-बाप भी इस बात से बहुत खुश थे और वह लड़का भी।
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जब सीमा अपनी आईएएस की ट्रेनिंग के लिए जा रही थी तो रेलवे स्टेशन पर वह लड़का भी उसे छोड़ने आया। वहीं पर उस लड़के ने सीमा से अपने प्यार का इजहार किया और उससे शादी करने की इच्छा जताई। जिस पर सीमा ने सहमति जताई।
तो आपको झुग्गी झोपड़ी में रहने वाली सीमा और इस लड़के की कहानी कैसी लगी आप हमें अवश्य बताइए। क्या इस कहानी का इससे बेहतर कोई अंत हो सकता था?
1 comment
एक रात की कहानी पार्ट 3 में आपने बहुत ही अच्छी कहानी बताइए क्योंकि हमने आपकी जब सारी रोचक कहानियां पड़े तो हमें काफी ज्यादा मजा आया तो आपसे हम यही विनती करेंगे कि आप और भी ज्यादा रोचक कहानियां अपलोड करिए जिससे हम अपने बच्चों को अच्छे से पढ़ सके उनका पढ़ाई में इंटरेस्ट अच्छा लग सके जिसके कारण में फोन में कम ध्यान दें और पढ़ाई में ज्यादा ध्यान दें कहानी पढ़ें जिससे उनका हर प्रकार की नॉलेज मिले