क्या आपका बच्चा भी छोटा है और आप चाहते हैं कि वह जल्दी से जल्दी सीख जाए या फिर आप छोटे बच्चों के टीचर हैं और चाहते हैं कि आपके पढ़ाएं बच्चे हमेशा जल्दी से जल्दी सीखे तो ऐसे में जरूरी है कि आपके बच्चों को पढ़ाने का तरीका पता होना चाहिए। आइए हम आपको बताते हैं कि बच्चों को कैसे पढ़ाएं जिससे कि वह जल्दी समझ जाए।
बच्चों को पढ़ाने का सही तरीका
बच्चों को पढ़ाने का सही तरीका पता होना बहुत ज्यादा जरूरी होता है क्योंकि बच्चों को पढ़ाना जितना आसान लगता है उतना आसान होता नहीं है।
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* जरूरी है कि आप अपने बच्चों के छोटे-छोटे अचीवमेंट की सरहाना करनी शुरू कर दे जिससे कि वह आगे और अच्छा करने के लिए प्रेरित हो। कई बार बच्चे से गलतियां हो जाती है ऐसे में मां-बाप अपने बच्चों को बहुत ज्यादा डांट देते हैं लेकिन यह बहुत ज्यादा गलत होता है।
यदि आप चाहते हैं कि आपका बच्चा समझे तो आपको उसे गलतियों पर डांटने की बजाय उसे प्यार से समझाने का प्रयास करना चाहिए। ऐसा करने से वह यकीनन समझेगा।
* बहुत से मां-बाप ऐसे होते हैं जो अपने बच्चों को स्कूल के बाद ट्यूशन के भरोसे छोड़ देते हैं और खुद उसे दिन में बिल्कुल भी लेकर नहीं बैठते हैं। यह बहुत ज्यादा गलत होता है जरूरी है कि आप अपने बच्चों को स्कूल से आने के बाद थोड़ा खेल कूद के और उसका ध्यान केंद्रित कर ट्यूशन भेजें और उसके बाद रात को उसे एक या दो घंटे खुद भी पढ़ाएं जिससे कि वह ज्यादा समय पढ़ाई से दूर नहीं रहेगा और यह उसकी आदत बन जाएगी जो उसके भविष्य में भी उसके बहुत ज्यादा काम आएगी।
बच्चों को कैसे पढ़ाया जाता है?
बच्चे छोटे हो या बड़े उनके लिए तो पढ़ाई नई ही होती है क्योंकि जब वह छोटा होता है तो उसके लिए लिखना सीखना मुश्किल होता है। जब वह बड़ा हो जाता है तो उसे गणित के सवाल मुश्किल लगते हैं। ऐसे में यह तो हमेशा ही एक महत्वपूर्ण प्रश्न रहता है कि बच्चों को कैसे पढ़ाया जाता है?
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* बच्चों को पढ़ने के लिए हमेशा किताबें ही जरूरी नहीं होती है। कोशिश करिए कि आप अपने बच्चों को कहीं एजुकेशनल ट्रिप पर ले जाएं या फिर उन्हें किसी अच्छे आयुर्वेदिक उद्यान में ले जाए। उन्हें कहीं ऐसे एजुकेशन हब में ले जाए जहां से उन्हें काफी कुछ सीखने को मिले। साइंस म्यूजियम में बच्चों को ले जाना भी बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होता है।
इससे बच्चे विज्ञान के विषय में और ज्यादा जानते हैं। छोटी-छोटी चीजों के माध्यम से भी आप उसे सीख सकते हैं। आजकल मार्केट में ऐसे बहुत से गेम आते हैं जो उनके गणित के ज्ञान को तेज करते हैं। ऐसे खेल भी आते हैं जो कि उन्हें एक अच्छा बिजनेसमैन बनने में मदद कर सकते हैं।
* पढ़ने के लिए जरूरी है कि आप अपने बच्चों को जरूरी टाइम पर रिवीजन करवाते रहे। बच्चे रिवीजन से पेपर के वक्त पर ही करते हैं लेकिन यह बहुत ज्यादा गलत होता है। आपको उनकी दिनचर्या बना देनी चाहिए और उन्हें रोजाना एक घंटा सिर्फ रिवीजन को ही देना चाहिए। पेपर आने से पहले ही बच्चों को नहीं पढ़ना चाहिए। उन्हें शुरुआत से ही थोड़ा-थोड़ा करना शुरू कर देना चाहिए इसके लिए जरूरी है कि माता-पिता उन पर ध्यान दें और उन्हें रिवीजन करने पर मदद करें।
बच्चों को किस प्रकार पढ़ाना चाहिए?
यदि आप अपने बच्चों को ट्यूशन भेजते हैं तो आपको उनका स्कूल का कार्य और ट्यूशन का कार्य दोनों ही चेक करने चाहिए। साथ ही आपको उन्हें घर पर भी बहुत कुछ याद करवा देना चाहिए आप उन्हें अंग्रेजी सीखना चाहते हैं तो बाजार से जब सब्जी लेने जाए तो उन्हें साथ लेकर जाए और उन्हें छोटी-छोटी सब्जियों व फल आदि के नाम अंग्रेजी में बताना शुरू करें इसी प्रकार आप उसे अन्य चीजों के नाम भी अंग्रेजी में बता सकते हैं।
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* बच्चों को सुबह उठकर कुछ घंटे पढ़ने की आदत डालना हमेशा से ही बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होता है। हमारे मां-बाप भी हमें यही कहते आए हैं कि सुबह उठकर जो व्यक्ति जो याद कर लेता है वह जीवन भर कभी नहीं भूलता।
इसीलिए आप शुरुआत से ही अपने बच्चों को सुबह जल्दी उठकर पढ़ने की आदत डाल दीजिए। यदि वह सुबह 4:00 से 5:00 भी पढ़ लेते हैं तो यह उनके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा।
देखा आपने कितना आसान है छोटे बच्चों को पढ़ाना। बस आपको थोड़े से जतन करने होंगे। छोटे बच्चों का दिमाग डेवलप हो रहा होता है इससे वह बहुत जल्दी चीजों को पकड़ते हैं और बहुत जल्दी सीखते हैं।
बस जरूरी है कि आपको यह पता हो कि बच्चों को कैसे पढ़ाएं जिससे कि वह जल्दी से जल्दी सीख जाए और इस लेख में हमने आपको यही बताया है कि छोटे बच्चों को कैसे पढ़ाएं।
1 comment
गूगल पर ये ब्लोग्स डालने के लिए बहुत धन्यवाद इस ब्लोग्स से मेरे बच्चे की पढ़ाई मैं काफी सुधार आया मेने इस ब्लॉग को पढ़ा और फिर मेने अपने बच्चे को पढ़ाया तो पढ़ाई मैं काफी सुधर आया ।