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भारतीय कानून की धाराएं: आईपीसी की धारा 147, 323, 325, 504, 506 क्या है?

by Ajay Sheokand
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Bhartiya ipc ki dhara kya hai

भारतीय दंड संहिता यानी कि आईपीसी हमारी न्यायिक व्यवस्था की वह कड़ी है जिसके बिना हम किसी अपराधी को सजा देने की सोच भी नहीं सकते। इसी में सभी अपराध और उनसे जुड़ी संपूर्ण जानकारी दी गई है।

इसी के तहत यह बताया जाता है कि आपको किस अपराध के लिए किसी अपराधी को कितनी सजा देनी है। आज के इस लेख में हम आपको आईपीसी की धारा 147, 323, 325, 504 और 506 के बारे में विस्तार से जानकारी देने का प्रयास करेंगे। 

आईपीसी की धारा 147 क्या है?

आइए सबसे पहले यह जानते हैं कि आईपीसी की धारा 147 क्या है? बता दे कि आम तौर पर आईपीसी की धारा 147 तब इस्तेमाल की जाती है जब  किसी व्यक्ति को दंगे का दोषी पाया जाता है तो आईपीसी की धारा 147 के तहत उसे 2 साल तक की जेल भी हो सकती है या फिर जुर्माना भी और यदि न्यायिक व्यवस्था चाहे तो उसे दोनों भी दे सकती हैं।

ipc dhara 147 kya hai

सजा कितने समय की देनी है यह दंगे के कारण हुए नुकसान पर निर्भर करती हैं। इस धारा के तहत जो भी अपराध होता है वह जमानती होता है और इसके मुकदमे किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा चलाए जा सकते हैं। 

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आईपीसी की धारा 323 क्या है?

आइए हम अब आपको आईपीसी की एक बहुत ही अहम धारा 323 के बारे में बताएं। इस धारा के तहत यदि कोई व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को जानकर चोट पहुंचाने का प्रयास करता है या फिर चोट पहुंचाता है तो इस धारा के तहत उस व्यक्ति को सजा दी जा सकती है।

इसमें एक साल तक की सजा मुकर्रर की गई है साथ ही ₹1000 तक का जुर्माना भी निर्धारित किया गया है। इसके अलावा यदि न्यायिक व्यवस्था आपके अपराध को ज्यादा गंभीर पाए तो तो आप को दोनों भी दे सकती है। लेकिन इस धारा के तहत 334 में किए गए अपराधों की सजा नहीं आती है। 

आईपीसी की धारा 325 क्या है? 

आईपीसी की धारा 325 काफी हद तक भारतीय दंड संहिता धारा 323 से काफी हद तक मिलती है क्योंकि इसमें भी यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को जानते हुए चोट पहुंचाता है तो उसे इस धारा के तहत 7 साल तक की सजा दी जा सकती है या फिर जुर्माना भी निर्धारित किया जा सकता है इसमें भी 335 के अपराधों को छोड़ा गया है।

IPC Dhara 325 Kya Hai

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आईपीसी की धारा 504 क्या है? 

आईपीसी की धारा 504 में यह कहा गया है कि यदि कोई व्यक्ति जानबूझकर समाज की शांति भंग करने के इरादे के साथ दूसरे व्यक्ति का अपमान कर रहा है या फिर उसे इतनी उत्तेजना दे रहा है जिससे कि वह समाज की शांति भंग कर सके या फिर ऐसा कोई अन्य अपराध करें जिससे कि समाज को नुकसान हो तो उसे कारावास दिया जा सकता है जिसे बढ़ाकर 2 वर्ष तक भी किया जा सकता है या फिर जुर्माना भी निर्धारित किया जा सकता है और यदि न्यायिक व्यवस्था उसके अपराध को बहुत ज्यादा गंभीर पाती है तो उसे इन दोनों ही दंड को सुना सकती है।

आईपीसी की धारा 504 को भी एक गैर जमानत की अपराध माना गया है इसका अर्थ यह है कि यदि आप इस धारा के तहत दोषी पाए गए हैं तो आपको जमानत के लिए सबसे पहले निचली अदालत में जाकर खुद को पेश करना होगा और फिर वहां पर जमानत की राशि भी जमा करनी होगी। साथ ही जमानत हो जाने के बाद आपको नियमित रूप से अदालत में अपनी पेशी देनी होगी। 

आईपीसी की धारा 506 क्या है? 

आईपीसी की धारा में यह प्रावधान दिया गया है कि यदि कोई भी व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को जान से मारने की धमकी देता है या फिर उसे व्यक्ति की प्रॉपर्टी को नष्ट करने की धमकी देता है या फिर किसी स्त्री के चरित्र को ठेस पहुंच रहा होता है। दरअसल इस धारा को शॉर्ट में कहे तो यह जान से मारने की धमकी देने की धारा कही जाती है और यह पूरे देश में एक जमानती अपराध के रूप में जानी जाती है।

IPC Dhara 506 Kya Hai

लेकिन हरियाणा एकमात्र राज्य है जिसमें इस धारा को जमानती नहीं माना जाता है। इस धारा के तहत पुलिस किसी भी वारंट के बिना किसी व्यक्ति को अरेस्ट कर सकती है जब किसी भी स्थान पर किसी झगड़े की होने की एफआईआर दर्ज कराई जाती है तो वहां पर पुलिस द्वारा आईपीसी की धारा 506 का ही इस्तेमाल किया जाता है।

इसके साथ ही आप यहाँ पर राजस्थान में वर्तमान जिलों की संख्या, नाम व् उनकी विशेषताएं जान सकते हैं।

निष्कर्ष

आशा करते है कि आपको इस लेख के माध्यम से आईपीसी की धारा 147, 323, 325, 504 और 506 के बारे में संपूर्ण जानकारी मिल गई है। यदि आप और भी विस्तार से इन धाराओं के बारे में जानना चाहते हैं या फिर आईपीसी की और धाराओं के बारे में जानना चाहते हैं तो आप आईपीसी के बेयर एक्ट के माध्यम से जान सकते हैं या फिर गूगल के माध्यम से भी मदद ले सकते हैं।

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4 comments

Udit Tripathi July 8, 2024 - 5:47 am

यदि किसी की जमीन पर कोई अवैध कब्जा कर लेता है तो उसपे कौनसी धारा के तहत कार्रवाई की जाती है ??

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Ravinder July 11, 2024 - 5:16 am

क्या भारत देश में फांसी का प्रावधान है यदि है तो संगीत गुनहगार को कितने समय में फांसी दी जाती है ??

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Avinash July 12, 2024 - 7:32 am

अगर किसी गलतफ़हमी की वजह से निर्दोष व्यक्ति को सजा दे दी जाती है और बाद में पता चलता है कि वो व्यक्ति निर्दोष है तो उसके साथ इंसाफ कैसे किया जा सकता है ??

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Ramjana July 15, 2024 - 6:27 am

यदि कोई व्यक्ति अपनी जान बचाने के लिए सामने वाली व्यक्ति को आहत कर देता है तो क्या उसे व्यक्ति पर आईपीसी की धारा लगेगी यदि लगेगी तो कौन सी धारा लगेगी ??

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