यह हमारी कहानी का दूसरा भाग है और यदि आपने इसका पहला भाग नहीं पढ़ा है तो आपको अभी हमारी वेबसाइट पर जाकर वह पढ़ना चाहिए। आइए शुरूआत करते हैं आज के इस लेख की।
ढोलू और भोलू को इस प्रकार से दौड़ता देख गांव वाले हैरान थे। साथ ही वह लोग काफी डरे हुए भी थे। सभी के मन में यह प्रश्न था कि आखिर ढोलू और भोलू के साथ उस हवेली में ऐसा क्या हुआ। वहीं दूसरी ओर ढोलू और भोलू किसी भी सवाल का उत्तर दे पाने की हालत में नहीं थे। वह बहुत ज्यादा घबराए हुए थे और बहुत ज्यादा थके हुए दिख रहे थे। लेकिन फिर भी गांव वाले एक के बाद एक प्रश्न उनसे किए जा रहे थे वही ढोलू और भोलू कुछ बोलने का नाम नहीं ले रहे थे।
थोड़ी ही देर बाद ढोलू बेहोश हो गया। उसके पिता उसे गोद में उठाकर डॉक्टर के पास ले गए वहां पर डॉक्टर ने उसे चेकअप के बाद आराम करने की सलाह दी और भोलू से भी इस बारे में कुछ बात न करने की सलाह दी। डॉक्टर के द्वारा दी गई सलाह के अनुसार गांव वालों ने और उन दोनों के माता-पिता ने बच्चों से कुछ पूछना जरूरी नहीं समझा। लेकिन अभी भी उनके मन में यह प्रश्न था कि आखिर ढोलू और भोलू ने हवेली में ऐसा क्या देखा कि उनकी यह हालत हो गई है।

अगले दिन सुबह जब ढोलू को होश आया तो उस वक्त भी वह कुछ बताने की हालत में नहीं था और डॉक्टर की कहे अनुसार उसके माता-पिता ने उससे कुछ भी नहीं पूछा उन्होंने उसे बाहर जाकर भोलू के साथ खेलने की सलाह दी। जब दोनों बच्चे मिले तो वह कुछ खेल नहीं रहे थे बस चुपचाप बैठे हुए थे। अपने बच्चों के ऐसे हालात उनके माता-पिता से देखी नहीं जा रही थी। लेकिन वह लोग कुछ कर भी नहीं सकते थे क्योंकि यदि वह बच्चों से कुछ भी पूछते तो उनकी हालत बिगड़ सकती थी और उनकी तबीयत खराब होने का खतरा ज्यादा था। इसी प्रकार कुछ दिन बीत गए दोनों बच्चे काफी शांत हो गए थे। लेकिन गांव वालों को और उनके माता-पिता को अब तक अपने प्रश्नों का उत्तर नहीं मिला था। अंत में सभी ने मिलकर अपने प्रश्नों का उत्तर खुद खोजने का मन बना लिया।
ध्यान दे : भूलभुलैया हवेली का रहस्य part 1 – छोटे बच्चे खेलते – खेलते क्यों गए हवेली में जानिए उनकी कहानी
सभी ने मिलकर यह तय किया कि वह एक दिन हवेली के भीतर जाएंगे और उस हवेली का रहस्य जानकर ही रहेंगे अब वह डर के साए में और नहीं जीना चाहते थे। यह तय किया गया कि सभी मर्द हवेली का रहस्य जानने हवेली के भीतर जाएंगे और सभी महिलाएं घर पर रहकर बच्चों की रक्षा करेंगी और जैसे ही जरूरत पड़ेगी वह पुलिस को सूचित कर देगी या फिर पास के गांव से किसी प्रकार की मदद के लिए जाएगी।
यह तय किया गया कि आने वाले तीन दिनों के बाद वह सभी हवेली में प्रवेश करेंगे। तब तक जरूरत का सभी सामान जुटा लिया जाएगा। जैसे कि बड़े-बड़े डंडे, कुछ बोरे और रस्सियां। जिससे की जरूरत पड़ने पर उनका इस्तेमाल किया जा सके क्योंकि किसी को भी यह नहीं पता था कि आखिर हवेली के भीतर क्या है। लेकिन अपने हिसाब से सभी जरूरत का सामान वह अंदर ले जाना चाहते थे। अंदर जाने की सभी तैयारियां की जा रही थी। लेकिन सभी लोग बहुत ज्यादा डरे हुए थे वह लोग रात को बैठकर घंटे इस पर चर्चा कर रहे थे कि उन्हें किस प्रकार से क्या करना है। लेकिन सभी के मन में यह तो था ही की इस बार वह हवेली का रहस्य जानकर रहेंगे क्योंकि वह अपने बच्चों को इस प्रकार से शांत नहीं देख पा रहे थे।

इन सब तैयारी को होते हुए ढोलू और भोलू भी देख रहे थे। लेकिन वह अभी काफी चुप थे और कुछ बोल नहीं रहे थे। हालांकि आप वह पहले से थोड़े सक्रिय हो गए थे वह साथ खेलने भी लगे थे और बातचीत भी करने लगे थे। अपनी पढ़ाई पर भी ध्यान दे रहे थे। लेकिन अब तक उन्होंने किसी को भी यह नहीं बताया था कि उन्होंने हवेली में क्या देखा और उनके साथ हवेली में ऐसा क्या हुआ कि उन्हें भाग कर बाहर आना पड़ा। लेकिन अभी भी सभी लोगों को यह आस थी कि हो सकता है ढोलू और भोलू कुछ बता दे। सभी यह दुआ भी कर रहे थे कि ढोलू और भोलू कुछ बता दे जिससे कि उन्हें हवेली में न जाना पड़े और वह सभी की रक्षा कर पाए।
क्या यह सब देखकर ढोलू और भोलू कुछ बोलने को तैयार हो जाएंगे? क्या वह सभी गांव वालों को यह बताने के लिए तैयार होंगे कि आखिर हवेली में उनके साथ क्या हुआ? क्या वह हवेली का रहस्य खोलेंगे? क्या ढोलू और भोलू इतनी हिम्मत जुटा पाएंगे कि वह गांव वालों को सच्चाई बता सके या फिर वह अपने मन से कोई कहानी बनकर गांव वालों को सुना देंगे? यह सभी जानने के लिए आपको इस कहानी का अगला और अंतिम भाग पढ़ना चाहिए।
6 comments
अपने भूल भुलैया रहस्य पार्ट 3 का अच्छा बताया है और 2 भी हमने पढ़ा है तो आप तो आप ऐसे ही हमें कहानी बताते रहिए हमारे बच्चों को खुश रखिए ताकि हम अपने बच्चों को ऐसी कहानी में लगा कर रखें और अच्छे-अच्छे कहानी सुना करो वह सो जाए और उनका पढ़ने में भी ध्यान हो जाए तो कृपया कर कैसे कहानी हो डालिए अपने पथ मूवी के जरिया बनाई है पार्ट 2 और 3 अच्छे बने हैं धन्यवाद
आपकी वेबसाइट का पोस्ट हमें अच्छा लगता है क्योंकि आपको वेबसाइट में जो भी ग्रुप डालते हो तो मैं आपका अच्छा होता है हमने हर पोस्ट आपकी पड़ी है क्योंकि पोस्ट आपकी ऐसी होती है कि पढ़ने में मजा ही आ जाता है और आपने तो कहानी में अच्छा-अच्छा बताया कृपया करके और भी कहानी लेकर आई है ताकि हम खाली टाइम में पढ़ सके और फोन को कम से कम हाथ लगे फोन को
आप हमें कोई ऐसी ऐसी कहानी लेकर आए हैं क्योंकि आपने अभी स्टार्ट अभी किया है क्योंकि हमने पहले कभी आपका इस कहानी से कोई रिलेटेड पोस्ट नहीं देखी क्योंकि हमने पहली बार ही आपका पार्ट वन पार्ट 3 भूल भुलैया का देखा है तो आपने तो भूल भुलैया मूवी की तरह पार्ट 3 पूरे कर दिए आपका हम तो जा हम तो कहते हैं कि आपका यह मूवी की तरह भी के लोग बहुत खूब देख खूब बस यही हमारी प्रार्थना है
भूल भुलैया पार्ट 3 कंप्लीट हो गए हैं तो कृपया करके और भी ऐसे ऐसे पाठ लेकर आए जिसे हम और भी पढ़ सके क्योंकि हम आपकी पोस्ट पर ही इंतजार कर रहे हैं आप प्लीज और भी लेकर आई हमें आपकी पोस्ट अच्छी लगती है पढ़ने में हमारा परिवार भी हम साथ में पढ़ते हैं क्योंकि हम जब भी पढ़ते हैं अपने परिवार को बैठ कर अच्छे से हम सुनते हैं मैं समझते हैं क्योंकि आपकी हर पोस्ट अच्छी होती है हम यही कहेंगे कि आप और भी ऐसे ऐसे कंटेंट और लेकर रोचक कहानियां प्यारी-परी कहानी प्यारों की कहानी खूब दिखाएं
आपकी हर पोस्ट में अच्छी लगती है कृपा करके आपके तीन पाठ खत्म हो गए हैं और भी पाठ लेकर आई हर कंटेंट का अलग-अलग तो हम आपकी वेबसाइट की पोस्ट को पढ़ने में मजा आता है हम खाली टाइम में जब भी होते हैं तो सिर्फ आपकी ही पोस्ट को पढ़ते हैं हमने आपको फेसबुक पर फॉलो कर रखा है इंस्टा पर फॉलो कर काम को नोटिफिकेशन आ जाता है जब भी आप कोई पोस्ट डालते हो उसको हम पढ़ते हैं और आपकी दी हुई बात सच्ची होती है हम उसको गूगल पर भी सर्च करते हैं तो मतलब अच्छी बात बताते हैं तो कृपया करके हमें और भी बताइए
भूल भुलैया हवेली का रहस्य पार्ट 2 में आपने काफी अच्छा भूत के बारे में बता रखा है गांव के लोगों के बारे में बता रखा है आपने काफी सोच समझकर यह कहानी लिखी है हमें काफी मजा आया पढ़ने में धन्यवाद