क्या आपको भी कहानी पढ़ना बहुत ज्यादा पसंद है? यदि आपका उत्तर हां है तो हमें यकीन है कि जो कहानी हम आपको सुनाने जा रहे हैं वह आपको अवश्य पसंद आएगी। यहां पर हम आपको भूल भुलैया हवेली का रहस्य बताने जा रहे हैं। इस कहानी के माध्यम से आपको बहुत से राज पता चलेंगे।
एक गांव में दो बालक रहा करते थे ढोलू और भोलू। ढोलू और भोलू की बहुत ज्यादा पक्की दोस्ती थी। दोनों ही बालक बहुत नटखट और शैतान थे लेकिन दोनों बहुत समझदार भी थे। वह दोनों स्कूल साथ जाया करते स्कूल से आने के बाद साथ खेला करते यहां तक कि वह कई बार खेलते–खेलते एक दूसरे के घर ही सो जाया करते थे। दोनों के ही मां-बाप यह बात जानते थे कि वह दोनों अक्सर एक साथ सो जाया करते हैं। इसीलिए यदि वह कभी घर लेट देर से भी पहुंचते थे तो उन्हें चिंता नहीं हुआ करती थी क्योंकि उन्हें पता होता था कि वह एक साथ होंगे।
![dholu or bholu kyu gye haveli me](https://www.justbutmust.com/wp-content/uploads/2024/12/bhool-bhulaiyaa-haveli-ka-rehsy-1.webp)
पूरे गांव में यह बात फैली हुई थी कि गांव के बीचों बीच जो हवेली है वह बहुत ज्यादा रहस्यमई है और उसके अंदर बहुत से राज दफन है। यही कारण था कि किसी भी गांव वाले की हिम्मत नहीं होती थी उसे हवेली के भीतर जाने की। मां-बाप अपने बच्चों को यह कह कर डराया करते थे कि उसे हवेली में जादुई ताकत रहती है इसीलिए उन्हें उसके पास या फिर उसके भीतर जाकर नहीं खेलना चाहिए। यही कारण था कि बच्चे गलती से भी उस हवेली में नहीं जाया करते थे। हालांकि हवेली की सच्चाई क्या है यह कोई भी नहीं जानता था सब वर्षों से चली आ रही बातों पर विश्वास किया करते थे और यही कहानी अपने बच्चों को सुनाया करते थे।
एक दिन की बात है जब ढोलू और भोलू स्कूल से लौट रहे थे। रास्ते में दोनों को अमरूद का एक पेड़ दिखाई दिया जो पेड़ उन्हें पहले कभी नहीं दिखाई दिया था। मीठे मीठे अमरुद देखकर भोलू की अमरूद खाने की इच्छा हुई। ढोलू ने उसे समझाया कि उन्होंने आज तक वह पेड़ कभी भी नहीं देखा है इसीलिए उन्हें उसके पास नहीं जाना चाहिए क्या पता वह किसी जादुई ताकत ले वहां खड़ा कर दिया हो जिससे कि वह उन्हें पकड़ सके लेकिन भोलू ने ढोलू की एक बात भी नहीं सुनी और वह तेजी से अमरूद के पेड़ की ओर दौड़ा। ढोलू भी भोलू के पीछे-पीछे तेज तेज दौड़ने लगा। दोनों दौड़ते-दौड़ते उस अमरूद के पेड़ के पास पहुंच गए अब बारी थी अमरूद तोड़ने की लेकिन दोनों के ही मन में यह प्रश्न था कि आखिर इतने ऊपर लगे हुए अमरुद कैसे तोड़े जाए। दोनों ने आपसी विचार विमर्श करने के बाद यह तय किया कि उन्हें एक बड़ा सा डंडा चाहिए होगा जिससे कि वह खूब सारे अमरुद तोड़कर घर ले जाकर उन्हें खाएंगे।
![haveli ka rehsy kya hai](https://www.justbutmust.com/wp-content/uploads/2024/12/bhool-bhulaiyaa-haveli-ka-rehsy-2.webp)
दोनों ही भाग भाग कर इधर-उधर बड़े डंडे की तलाश करने लगे। बहुत मेहनत करने के बाद उन्हें एक बड़ा सा डंडा मिल गया। उस डंडे की मदद से दोनों ने खूब अमरुद तोड़े और अपने बस्ते में भर लिए और दोनों वहीं बैठकर खेलने लगे। दोनों ने खूब अमरुद खाएं और खेलते खेलते वहां पर सो भी गए। वह सो कर उठे और फिर से खेलने लगे उन्हें इस बात की चिंता न थी कि वह स्कूल से अब तक घर नहीं लौटे हैं और घर पर मां-बाप उनकी राह देख रहे होंगे। वहीं दूसरी ओर दोनों के ही माता पिता यह सोच रहे थे कि ढोलू भोलू के घर होगा और भोलू के मां-बाप यह सोच रहे थे कि वह ढोलू के घर होगा। यही सोचते सोचते शाम हो गई जब बच्चे घर नहीं लौटे तो दोनों के मां-बाप को बहुत ज्यादा चिंता हुई जब उन्होंने एक दूसरे से पूछा तो पता चला कि बच्चे आज स्कूल से घर ही नहीं लौटे हैं तो वह बच्चों को खोजने के लिए निकल गए।
जब घंटों ढूंढने के बाद भी बच्चे नहीं मिले तो दोनों के मां-बाप हवेली की ओर बढ़े क्योंकि लोगों को आशंका थी कि बच्चों को किसी जादुई ताकत ने हवेली में कैद कर लिया है लेकिन जैसे ही वह सब हवेली के पास पहुंचे तो दोनों बच्चे खूब रोते हुए खाली हाथ हवेली के अंदर से दौड़े चले आ रहे थे बहुत पूछने पर भी बच्चों ने कुछ नहीं बताया वह काफी डरे हुए थे। अब सभी के मन में यह प्रश्न था कि आखिर बच्चे उस हवेली में पहुंचे कैसे और उनके साथ उस हवेली के भीतर क्या हुआ?
अब सभी गांव वालों के मन में यह प्रश्न चल रहा था कि आखिर ढोलू और भोलू उस हवेली के भीतर कैसे पहुंच गए। यदि आप भी यह जानना चाहते हैं तो इस कहानी का अगला भाग जरूर पढ़ें।
5 comments
भूल भुलैया हवेली का रहस्य आपने अच्छा बताया है इसी तरह की कहानी डालते रहे मजा आ रहा है मैं पढ़ने वाले बच्चों को पढ़ने में भी क्योंकि इस कहानी में इंटरेस्टिंग है कौन-कौन सी कहानी और लेकर आओगे हमें जरूर बताइए क्योंकि आपकी कहानी आपकी वेबसाइट से हमें अच्छा कुछ ना कुछ मजेदार सुनने का मिलन ऐसी कहानी बहुत डालिए बहुत डाल देता कि हमारे बच्चे भी बाहर न जाए और ऐसी कहानियों को पड़े
कहानी कहानी में आपने अच्छा बताया है की कहानी मजेदार है उसमें क्या-क्या होगा क्या-क्या नहीं होगा मैं और बताइए क्योंकि पार्ट वन आपने बात भी पार्ट 2 कब डालोगे तो हमें बताइए प्लीज पार्ट टू आने के बाद हमें छोड़ने वाले की पार्ट वन में आपने जो बता रखा है हमें मजा आया देखकर कहानी में तो कृपया करके ऐसी ऐसी कहानी और लाइए
कहानी अच्छी बताइए क्या ऐसी कहानी और लेकर आई हर किसी पर बने रक्षा कहानी मुझे हमें बहुत मजा आता है मुझे पढ़ने में मैं बचपन से पढ़ने में मुझे इंटरेस्टिंग आता है क्योंकि मेरी अम्मा जी जब कहानी सुनाती थी तो मैं भी उसे गाने को सुनती थी क्योंकि उसे कहानी को सुनने में मुझे बड़ा मजा आता था और ऐसी ऐसी कहानी लेकर आओ ना जो हम आराम से रात में फोन की वजह हम कहानियों को पड़े आपकी दी हुई वेबसाइट पर प्लीज बहुत अच्छे-अच्छे कहानियां डालिए
देखो कहानी डालने से पहले यह भी बताना आपको अच्छा होगा कि कौन सा पार्ट कब आएगा प्लीज हमें डेट बता दीजिए क्योंकि हम उसे पाठ का इंतजार करें पार्ट 2 आपकी कहानी का कब आएगा तो कृपया करके मैं पार्ट 2 बताइए और पार्ट 2 में ऐसा यूनिक बताना अलग बताना कि हम आपको भी ज्यादा मजा आएगा की परत 2 में मजा आने वाला हम इंतजार करेंगे आपकी कहानी का
हमें ना ऐसी कहानी सुनाई है जो घर की कहानी हो कि मतलब लड़ाई वाली कोई ऐसी कहानी लेकर आए जो लड़ाई हो घर में मुझे बड़ा मजा आता है घर की लड़ाई में मतलब आई मीन मेरा मतलब है कि भाई मतलब घर में क्या चल रहा है क्यों लड़ाई हुई जैसे सीरियल चलते जैसे नाटक चलते हैं ना इस तरीके से कोई कहानी लेकर आएंगे उसके काम से कम पांच है पाठ जैसे वेब सीरीज के भाई सारे पार्ट होते हैं दोस्त तरीके से कई सारे उसके भी पार्ट हो तो कृपया करके ऐसी कहानी लेकर आने की हमें जो पार्ट वन में मजा आया ना बाय गॉड इतना मजा आया ना कि बस मुझे मत ना कि हम बस पार्ट 2 का इंतजार कर रहे हैं जैसे मूवी का इंतजार करते हैं ना ऐसे हम पार्ट 2 भूल भुलैया मूवी रहस्य हवेली का पार्ट वन पढ़ने में जैसा मजा आता तो ऐसे हम भूल भुलैया हवेली जैसे पार्ट 2 का इंतजार करें तो कृपया करके ऐसे पाठ का जरूर भेजें अरे जरूर डालें और हमें डेट बता दीजिए हर उसमें