बात तो हर व्यक्ति हर दिन करता है लेकिन वह किस तरह से बात करता है इस बात का बहुत ज्यादा महत्व होता है। कुछ व्यक्तियों को चालाकी से बात करना नहीं आता।
यही कारण है कि वह अपनी ऐसी बातें भी कह बैठता हैं जो दूसरों के सामने नहीं कहानी चाहिए। इसीलिए हम आपके लिए आज का यह लेख लेकर आए हैं जिसमें हम आपको चालाकी से बात करने का तरीका बताएंगे।
चालाकी से बात कैसे करते हैं?
यदि आप चाहते हैं कि आप एक अच्छे वक्त बने तो आपके लिए बहुत ज्यादा जरूरी है कि आपको चालाकी से बात करने का तरीका आता हो। चालाकी से बात करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आपको सामने वाले व्यक्ति को सुनना आना चाहिए।
जब भी हम किसी सामने वाले व्यक्ति से बात कर रहे होते हैं तो हमें उसकी बातें सुननी चाहिए जिससे कि उसको ऐसा एहसास हो कि आप उसकी बातों में इंटरेस्ट ले रहे हैं और आप दोनों एक अच्छा बॉन्ड शेयर करते हैं। इससे उसे अच्छा लगेगा और वह अपनी बातें और अच्छे से आपको बताएगा।
बस इसी बीच आपके उसके शब्दों पर बहुत अच्छे से ध्यान देना है और उसके शब्दों को पकड़ना है बाद में उसी के हिसाब से अपनी बात रखनी है या फिर उसके सवालों का जवाब देना है या फिर कोई भी संवाद आगे बढ़ाना है। यह एक ऐसी कला है जो आप दोनों के बीच एक सकारात्मक संवाद उत्पन्न कर सकती है। यदि आप किसी व्यक्ति से कोई सवाल पूछना चाह रहे हैं तो आपको सवाल पूछने का सही समय मालूम होना चाहिए।
यदि आप कोई महत्वपूर्ण सवाल गलत समय पर पूछ बैठते हैं तो इससे आपका इंप्रेशन भी खराब पड़ जाता है और सामने वाला व्यक्ति आपको पागल भी समझने लगता है कि आप सिर्फ अपने आप से मतलब रखते है और आप बहुत सेल्फिश है।
अब आप किसी की मृत्यु वाले घर में जाकर यह पूछने लगे कि उसके बेटे की शादी कब है या फिर वह अपना जन्मदिन किस तरह से मनाता है तो सामने वाले व्यक्ति को बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगेगा अपितु उसको लगेगा कि आप उसकी भावनाओं की कद्र नहीं कर रहे हैं।
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चालाकी से बात किस तरह की जाती है?
वास्तव में यदि देखा जाए तो चालाकी से बात करना उतना ज्यादा कठिन भी नहीं है जितना ज्यादा हम सोच लेते हैं। यह भी सामान्य तरीके से बात करने जैसा ही है हालांकि इन दोनों के बीच थोड़े बहुत अंतर तो स्पष्ट होने ही चाहिए जो हम आपको नीचे बताएंगे।
यदि आप किसी व्यक्ति से कोई बात करना चाह रहे हैं तो आपके लिए जरूरी है कि आप अपनी बुद्धि से काम लेते हुए वह बात करें। प्रत्येक बात को रखने का एक तरीका होता है जिस व्यक्ति की समझदारी झलकती है और आपको अपनी बातों से वही समझदारी दिखानी है कि आप बहुत ही मेच्योर हैं और आपको अपनी बात रखने का तरीका आता है।
आप जानते हैं कि किस स्थिति से कैसे डील करना है आप प्रत्येक स्थिति में ढल जाना जानते हैं आप लोगों की भावनाओं को समझते हैं और आपको पता है कि किस प्रकार से कोई प्रश्न पूछने पर सामने वाले व्यक्ति को बुरा नहीं लगेगा और वह आपको वैसा ही उत्तर देगा जैसे उत्तर की आप अपेक्षा करते हैं।
चालाकी से बात करने के लिए व्यक्ति को एक्स्ट्रोवर्ट होना पड़ता है। यानी कि उसके अंदर झिझक और शर्म नहीं होनी चाहिए। जिस व्यक्ति के अंदर झिझक और शर्म होती है वह कभी अपनी बात ठीक से नहीं रख पाता।
ऐसे में चालाकी से बात करने का तरीका आना तो बहुत दूर की बात है। यदि आप वास्तव में किसी व्यक्ति से चालाकी से बात करना चाहते हैं और इस कला में निपुण होना चाहते हैं तो आपको अपनी शब्दकोश पर भी बहुत ज्यादा ध्यान देना होगा आपको ज्यादा से ज्यादा शब्द आने चाहिए आपको एक ही शब्द के प्रयोग किए जाने वाले एक से अधिक शब्द आने चाहिए।
जिससे कि आप उनका इस्तेमाल परिस्थिति के हिसाब से कर सके और वह आपके पक्ष में ही जाए बहुत बार किसी शब्द के पर्यायवाची शब्द इस्तेमाल करने से लोगों को वह बात इतनी बुरी नहीं लगती जितना की असली शब्द इस्तेमाल करने से लग जाती है।
इसके साथ ही आप यहाँ पर समाज में बात करने का तरीका जान सकते है जो की आपने जीवन में हमेशा आपके काम आएगा।
निष्कर्ष
इस लेख में हमने आपको चालाकी से बात करने का तरीका बताया है जो आपके लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होने वाला है। यदि किसी व्यक्ति को चालाकी से बात करने का तरीका आ जाता है तो वह जीवन में कभी भी मात नहीं खाता है।
कुछ प्रोफेशन तो ऐसे होते हैं जिनमें बात करने के तरीके का बहुत ही ज्यादा महत्व होता है। यदि आप चाहते हैं कि हम आपकी पर्सनालिटी डेवलपमेंट से रिलेटेड ऐसे और लेख लेकर आते रहे तो आप हमें कमेंट सेक्शन में बता सकते हैं।