आपने अपने फोन, टीवी यहां तक की सड़कों पर भी जगह जगह यह चेतावनी लिखी हुई देखी होगी कि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे आपका फोन हैक हो सकता है और आपके खातों से आपके सारे पैसे गायब हो सकते हैं।
यहां तक कि इस पर तो बहुत से फिल्में भी बन चुकी है लेकिन क्या आप वास्तव में जानते हैं कि हैकर किसे कहते हैं और हैकिंग कैसे होती है? यदि नहीं तो आज का यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा। क्योंकि हम आपको बताएंगे कि हैकर किसे कहते हैं साथ ही हम आपको हैकिंग से जुड़ी सारी जानकारी देने का प्रयास भी करेंगे।
हैकर क्या है?
हैकर का सामान्य अर्थ तो आप सभी जानते हैं कि हैकर वह व्यक्ति होता है जो कि आपका फोन या फिर किसी भी डिजिटल युग से जुड़े डिवाइस को अपने वश में कर लेता है और उसे अपने हिसाब से कार्य करने पर मजबूर कर देता है या फिर आपका सोशल मीडिया अकाउंट की एक्सेस अपने वश में कर उससे पैसे की मांग करता है या फिर लोगों को किसी अन्य तरह के मैसेज करना शुरू कर देता है।
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हैकर कितने प्रकार के होते है?
यहां पर यह नहीं कहा जा सकता है कि हैकर एक ही प्रकार के होते हैं। हैकर भी दो प्रकार के होते हैं एक हैकर वह होते हैं जो कानून के लिए कार्य करते हैं जो की कानून के साथ मिलकर कार्य करते हैं और यह काम अच्छे के लिए ही करते है जिससे कि किसी का भला हो सके या फिर किसी मुजरिम तक पहुंचा जा सके।
एक हैकर वह होते हैं जो अपने ही स्वार्थ के लिए निजी कंपनियों के लिए लोगों को डिवाइस को हैक करने का कार्य करते हैं और उनका इस्तेमाल लोगों को ब्लैकमेल करने के लिए करते हैं या तो उनसे पैसे मांगते हैं या फिर खुद ही उनके अकाउंट को हैक कर पैसा निकाल लेते हैं।
एक अन्य प्रकार के हैकर भी होते हैं जिनका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं होता। यह दूसरी डिवाइस को सिर्फ इसलिए हैक करते हैं क्योंकि यह उस दौरान यह सीख रहे होते हैं कि किसी डिवाइस को हैक किस प्रकार से किया जाता है।
हैकिंग किसे कहते हैं?
अब तक हमने यह जाना कि हैकर किसे कहते हैं लेकिन यह जानना भी बहुत ज्यादा आवश्यक है कि हैकिंग किसे कहते हैं।
जब कोई व्यक्ति किसी कंप्यूटर या फिर किसी नेटवर्क में बिना इजाजत के घुसपैठ करता है और वह इसके लिए अपने डिजिटल नॉलेज का इस्तेमाल करता है तो इसे ही हैकिंग कहा जाता है। आजकल यह डिजिटल दुनिया में बहुत ही वायरल हो रहा है।
यदि आप हैकिंग को अन्य तरीके से समझना चाहे तो आप यह समझ सकते हैं कि किसी भी मोबाइल में किसी भी कंप्यूटर में, लैपटॉप में या फिर अन्य नेटवर्क में बिना मालिक की इजाजत के कुछ कोड का इस्तेमाल कर घुसपैठ करना और उन्हें अपने तरीके से चलाना या फिर उस डिवाइस को अपने तरह से ऑपरेट करना ही हैकिंग कहलाता है।
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आसानी से हैक किए जाने वाले डिवाइस
वैसे तो जिस व्यक्ति को हैकिंग आती है वह किसी भी डिवाइस को हैक कर सकता है। लेकिन कुछ डिवाइस ऐसे भी है जो आसानी से हैक हो जाते हैं यानी कि वह हैकिंग के प्रति अति संवेदनशील होते हैं। नीचे हम आपको उन्हीं के बारे में बताएंगे।
- एंड्रॉयड डिवाइस आसानी से हैक हो जाते हैं एप्पल डिवाइस आसानी से हैक नहीं हो पाते। लेकिन एंड्रॉयड डिवाइस बहुत ही जल्दी हैक हो जाते हैं इसीलिए लोगों के स्मार्टफोन हैक होने की खबर हर दूसरे तीसरे दिन आती रहती है।
- कंप्यूटर या लैपटॉप में जो वेबकैम लगाए जाते हैं उन्हें हैक करना भी बहुत आसान होता है इसीलिए हैकर उन्हें ही अपना निशाना बनाते हैं। क्योंकि उनकी मदद से वह सामने वाले की गतिविधियां तो देख ही पाते हैं साथ ही उनके मैसेज मेल और सब चीज भी पढ़ पाते हैं।
- मेल को हैक करना भी आसान है और हैकर्स इसे हैक करना जरूरी भी समझते हैं क्योंकि इसी के माध्यम से तो वह फिशिंग कर पाते हैं और लोगों से मोटा पैसा निकलवा पाने में सक्षम होते हैं।
- राउटर्स को हैक कर हैकर्स उनके द्वारा भेजे गए मैसेज और मेल पर एक्सेस प्राप्त कर लेते हैं। जिनके माध्यम से वह डुप्लीकेट मैसेज और मेल बनाकर लोगों से खूब पैसा लुटते हैं या फिर उन्हें ब्लैकमेल भी करते हैं।
निष्कर्ष
इस लेख में हमने आपको यह बताया कि हैकिंग क्या है? हैकर क्या है? इसके अलावा हमने आपको और भी बहुत सी जानकारी देने का प्रयास किया है। हम आपको एक बार फिर से सूचित करना चाहेंगे कि किसी भी प्रकार के अंजान लिंक पर क्लिक न करें। लोग आपको तरह-तरह के लालच देकर आपसे लिंक पर क्लिक करवाने की कोशिश करते हैं इन झांसों में न आए।