क्या आप इस चीज की कल्पना भी कर सकते हैं कि जिस चीज का निर्माण भारत में किया गया हो उसे चीज को बाद में भारत में ही बैन कर दिया जाए। यहां पर हम एक ऐसे ही ग्रंथ की बात कर रहे हैं जिसे भारत में ही लिखा गया है और अब वह भारत में ही बैन कर दिया गया है।
हो सकता है कि आपको यह बात सुनने में थोड़ी अजीब लगे लेकिन वास्तविकता यही है कि नीलावंती नाम का एक ग्रंथ भारत में लिखा गया है और आज भारत में ही इसका आयात नहीं होता है। नीचे हम इसके बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
नीलावंती ग्रंथ की कहानी क्या है?
क्योंकि इस ग्रंथ की मूल प्रतिलिपि भारत में मौजूद नहीं है इसीलिए हम आपको यह तो नहीं बता पाएंगे कि इसकी कहानी क्या है लेकिन यदि लोक मान्यताओं की माने तो इसमें पशु पक्षियों की भाषा बताई गई है, बहुत सी जड़ी बूटियां का ज्ञान दिया गया है, इसमें ज्योतिष से संबंधित कहानी भी दी गई है।
यहां तक की इसमें यह भी बताया गया है कि आप अलौकिक शक्तियों की प्राप्ति किस प्रकार से कर सकते हैं। यहां तक की इस ग्रंथ के बारे में तो यह भी नहीं बताया जा सकता कि क्या वास्तव में ऐसा कोई ग्रंथ अस्तित्व में है भी अथवा नहीं। क्योंकि इस ग्रंथ की मूल प्रतिलिपि नहीं देखी गई है हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि इसकी मूल प्रतिलिपि लंदन में मौजूद है।
भारत में नीलावंती ग्रंथ को बैन क्यों किया गया है?
ऐसी बहुत सी चीज हैं जो भारत में बैन कर दी गई है। कुछ पुस्तक भी है जो भारत में बैन है। हम आपको बता रहे हैं कि आखिर नीलवंती ग्रंथ को भारत में बैन क्यों किया गया है।
दरअसल इस ग्रंथ के बारे में कहा जाता है कि यह एक श्रापित ग्रंथ है क्योंकि जो भी व्यक्ति इस ग्रंथ को पढ़ता है वह या तो मर जाता है या फिर पागल हो जाता है।
इस ग्रंथ के बारे में यह भी कहा जाता है कि जो व्यक्ति इस ग्रंथ को पढ़ लेता है वह इसकी मदद से पशु पक्षियों के अलावा भूत प्रेत से भी बातें करने में सक्षम हो जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जिसने भी इसे लिखा है वह एक श्रापित यक्षिणी है।
नीलावंती ग्रंथ के बारे में दिलचस्प तथ्य
नीचे हम आपको इस ग्रंथ से जुड़े बहुत से रोचक तथ्य बताएंगे इसके अलावा हम इससे जुड़ी कुछ लोग मान्यताओं पर प्रकाश डालने का प्रयास भी करेंगे।
- इस ग्रंथ के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यह ग्रंथ एक बहुत ही शक्तिशाली यक्षीणी द्वारा लिखा गया था। इसका नाम नीलावंती था और उसे बहुत से जानवरों के बारे में पता था साथ ही वह प्रकृति के बारे में भी बहुत विशेष अधिकार रखती थी। ऐसा कहा जाता है कि जब वह जंगल में रहते थे तो उन्होंने यह ग्रंथ लिखा था।
- इस ग्रंथ के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति मन में बुरे विचार को रखकर इस ग्रंथ को पढ़ता है तो उसकी मृत्यु हो जाती है। साथ ही यदि कोई व्यक्ति इस ग्रंथ को पढ़ना शुरू करता है और बीच में छोड़ देता है तो इससे उसका मानसिक संतुलन भी गड़बड़ा जाता है।
- कुछ विद्वान तो यह भी कहते है कि इस ग्रंथ की कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है और समाज में जो भी लोक मान्यता फैली हुई है उसी को तंत्र मंत्र से जोड़कर इस ग्रंथ के होने की बात का दावा किया गया है।
- वर्तमान में यह बता पाना मुश्किल है कि यह ग्रंथ कहां पर रखा गया है। कुछ लोग कहते हैं कि यह लंदन में है कुछ लोग कहते हैं कि यह हिमालय में किसी गुफा में छुपाया गया है। वहीं कुछ लोगों का दावा है कि है किसी पर्सनल म्यूजियम में रखा गया है।
इस ग्रंथ के बारे में बहुत ही लोग मान्यताएं फैली हुई है कि इसे पढ़ने के बहुत से नियम होते हैं। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है क्योंकि कुछ लोगों का कहना है कि इसे पढ़ना गलत होता है वहीं कुछ लोग इसे पढ़ने से डरते हैं, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यदि से पढ़ लिया जाए तो इससे उन्हें अद्भुत ज्ञान की प्राप्ति हो सकती है।
कुछ लोग मानते हैं कि यदि इस ग्रंथ को पढ़ लिया जाए तो इससे जानवर और पक्षियों के बारे में अद्भुत ज्ञान की प्राप्ति होगी वह उनकी भाषा को भी समझ पायेंगे।
निष्कर्ष
हमें यकीन है कि नीलवंती ग्रंथ के बारे में लिखा गया यह लेख आपको पसंद आया होगा और आपको इससे काफी रहस्य के उत्तर जानने को मिले होंगे। यदि आप चाहते हैं कि हम इसी प्रकार के दिलचस्प लेख को लेकर आते रहे तो आप हमें कमेंट सेक्शन में बता सकते हैं। इस लेख से जुड़े सुझाव भी आप हमें कमेंट सेक्शन में दे सकते हैं।
5 comments
हमने नीलावंती ग्रंथ के बारे में काफी बातें सुन रखी हैं हमने यह भी सुनाया कि इस ग्रंथ को पढ़ने से व्यक्ति पागल हो जाता है या फिर उसकी मृत्यु भी हो जाती है क्या ऐसा सच में है ??
हमने सुना है कि इस ग्रंथ को पढ़ने वाला व्यक्ति या तो पागल हो जाता है या फिर वह मृत्यु को प्राप्त हो जाता है हम जानना चाहते हैं ऐसा क्या है इस ग्रंथ में जो की यह ग्रंथ लोगों के पागलपन और मौत की वजह बना हुआ है ??
हमने सुना है कि नीलावंती ग्रंथ को पढ़ने वाला व्यक्ति पागल हो जाता है या फिर मृत्यु को प्राप्त हो जाता है क्या हम जा सकते हैं इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण क्या हो सकता है यदि आपको इससे जुड़ी कुछ जानकारी हो तो हमें जरूर बताएं धन्यवाद।
निलावंती ग्रंथ के बारे में हमने बहुत सी कहानी सुनी है हमारे मन में भी इस ग्रंथ को लेकर बहुत से सवाल हैं हम इस ग्रंथ को पढ़ाना चाहे तो कैसे पढ़ सकते हैं ??
नीलावंती ग्रंथ किसने लिखा था हम जानना चाहते हैं कि इसके पीछे का रहस्य क्या है हम किस प्रकार इसके रहस्य से अच्छी तरह कैसे वाकिफ हो सकते हैं??