यदि किसी के पितृ उससे नाराज हो जाते हैं तो लोगों को अक्सर बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसा कहते हैं कि जिस भी व्यक्ति के पितृ उससे नाराज हो जाते हैं वह व्यक्ति चैन की सांस तक नहीं ले पाता है। उसके घर में कभी बहुत भयंकर धन हानि तो कभी किसी व्यक्ति की तबीयत बहुत ज्यादा खराब रहने लगती है। आज के इस लेख में हम आपको यही बताएंगे कि पितृ दोष निवारण के उपाय क्या है।
पितृ दोष निवारण के लिए करें यह उपाय
प्रत्येक व्यक्ति श्राद्ध में अपने पितरों की पूजा करता है और वह चाहता है कि उसके पितृ उससे हमेशा प्रसन्न रहे। इसीलिए वह विभिन्न प्रकार के उपाय भी अपनाता है और अपनी तरफ से कोई भी कमी नहीं छोड़ना चाहता है।
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* यदि आप पितरों के दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं तो आपको नियमित रूप से श्रीमद् भागवत गीता के सातवें अध्याय का पाठ करना चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं तो इससे सभी प्रकार के पित्र दोष खत्म हो जाते हैं।
* पितृ दोष से मुक्ति पाने का एक उपाय पीपल का पेड़ लगाना है आपको किसी भी सार्वजनिक स्थल पर पीपल का पेड़ लगाना चाहिए और इस पेड़ को नियमित रूप से पूजा अर्चना करनी चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को पितृ दोष से छुटकारा मिलता है।
* जो व्यक्ति कभी भी पड़ने वाली चतुर्दशी, एकादशी और अमावस्या के दिन त्रिपंडी श्राद्ध करता है उसे सभी प्रकार के पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। यह करने के बाद आपको चावल, गाय के दूध, काले तिल, सोने और चांदी आदि का दान भी करना चाहिए। यह सभी दान त्रिपंडी श्राद्ध करने के बाद बहुत ज्यादा आवश्यक होते हैं।
पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए क्या करना चाहिए?
श्राद्ध के समय में लोग पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए बहुत से उपाय किया करते हैं। लोग पितृ दोष निवारण के लिए बहुत से उपाय अपनाया करते हैं जिससे कि उन्हें सुख शांति से जीवन बिताने का अवसर मिले।
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* पितृ पक्ष में नियमित रूप से रोज शाम को दक्षिण दिशा में तेल का दिया जलाने से भी को पितृ दोष निवारण होता है। साल में शारदीय नवरात्रों से पहले हमेशा ही पितृ पक्ष होता है ऐसे में लोगों को सभी पितृ दोष निवारण के उपाय पूरे श्रद्धा के साथ करने चाहिए। माना जाता है कि जो भी व्यक्ति रोज तेल का दिया जलाता है उसके पूर्वज उससे प्रसन्न हो जाते हैं।
* पितृ पक्ष में हमेशा ही ब्राह्मण को दान करना चाहिए और उन्हें भोजन भी देना चाहिए।
* पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए रोज सुबह जल्दी उठकर स्नान ध्यान करना चाहिए। इसके बाद आपको एक लोटा जल लेकर उसने काले तिल मिलाकर वह जल भगवान शिव को अर्पण करना चाहिए। जो व्यक्ति नियमित रूप से यह उपाय करता है उसे पितृ दोष निवारण में मदद होती है।
पितृ दोष निवारण के लिए घरेलू उपाय
यदि आप अपने नियमित दिनचर्या में थोड़े बहुत चीज शामिल कर लेते हैं और थोड़े बहुत ही गतिविधियों को हटा देते हैं तो ऐसे समय आपका पितृ दोष निवारण हो जाता है।
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* आपको रोज शाम को आचमन करने के बाद खुद को शुद्ध कर लेना चाहिए। इसके बाद या तो मिट्टी से बना हुआ या फिर गोबर से तैयार किया गया दीपक लेकर उसे घर की छत पर दक्षिण दिशा में जलाकर रख देना चाहिए।
* रोज सुबह जल्दी उठकर स्नान ध्यान करें उसके बाद एक लोटे जल में काले तिल मिलाकर वह जल अपने पितरों को अर्पण करें। आपको यह अर्द्ध दक्षिण दिशा में मुंह कर देना है। शास्त्रों में लिखा गया है कि यह अर्थ तीन पीढियां को देना चाहिए ऐसा करने से पितृ हमेशा प्रसन्न रहते हैं और आपका मंगल करते हैं।
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* पितरों को शांत करने के लिए यह फिर किसी भी प्रकार के पितृ दोष निवारण के लिए व्यक्ति को रोजाना नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। साथ ही साथ में पितरों के लिए सच्चे मन से कार्य करने चाहिए।
पितृ दोष निवारण के कारगर उपाय
वैसे तो पितृ दोष निवारण के लिए बहुत से उपाय आते हैं लेकिन बात यह है कि कौन सा पितृ दोष निवारण के लिए कारगर साबित होगा।
* ऐसा कहा जाता है कि यदि आप गया में पिंडदान करते हैं तो आपको सभी प्रकार के पित्र दोष से मुक्ति मिल जाती है।
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* पितृ दोष निवारण के लिए विधवा, विकलांग और गरीब महिला को दान दिया जाना चाहिए।
* पूर्णिमा और अमावस्या, तेरह और चौदस के दिन गुड़ की गई धूप देनी चाहिए। ऐसा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
इस लेख के माध्यम से हमने आपको पितृ दोष निवारण के उपाय बताएं हैं। यदि आप पितृ दोष निवारण के इन उपायों को अपनाते हैं तो यकीनन आपको अपने पितरों को शांत करने में मदद मिलेगी और वह आपसे जीवन भर प्रसन्न रहेंगे। लेकिन इस लेख को किसी भी प्रकार की ज्योतिष सलाह न माना जाए। हमने इस लोक मान्यताओं के आधार पर लिखा है।