थायराइड की समस्या कोई नई समस्या नहीं है और जिस व्यक्ति को थायराइड होता है उसे और भी बहुत सी समस्याएं होती है। आज के इस लेख में हम यह जानने जा रहे हैं कि क्या थायराइड की वजह से बीपी बढ़ता है या नहीं। क्योंकि कई बार लोगों के द्वारा यह प्रश्न किया जाता है और कुछ लोग इनके बीच के संबंधों को समझना चाहते हैं। इसी प्रकार से थायराइड से जुड़े बहुत से प्रश्नों के उत्तर हम इस लेख में जानेंगे। तो आइए इस लेख की शुरुआत करते हैं।
क्या थायराइड की वजह से व्यक्ति का बीपी बढ़ सकता है?
बता दे कि थायराइड और बीपी के बीच एक बहुत अनोखा संबंध होता है। यह संबंध बहुत ज्यादा जटिल होता है और थायराइड और बीपी एक दूसरे को हमेशा प्रभावित करते हैं। नीचे हम आपको इसके बारे में और ज्यादा विस्तार से बताने जा रहे हैं।

- थायराइड हार्मोन के बीच संतुलन होना: यदि थायराइड हार्मोन के बीच थोड़ा सा भी असंतुलन होता है चाहे वह नेगेटिव हो या पॉजिटिव। वह सीधे रूप से आपकी बीपी पर असर डालने के लिए जाना जाता हैं। यदि आपका थायराइड हार्मोन बहुत ज्यादा बढ़ जाता है तो इसका सीधा असर आपके बीपी कम होने पर पड़ता है और यदि आपका थायराइड हार्मोन बहुत ज्यादा कम हो जाता है तो इसका सीधा असर आपके बीपी ज्यादा होने पर होता है। इसलिए इन दोनों के बीच संतुलन होना चाहिए।
- हाइपोथायराइडिज्म के कारण: यदि आपका थायराइड हार्मोन का स्तर किसी भी प्रकार से कम हो रहा है। यह मायने नहीं रखता कि आपका थायराइड हार्मोन का स्तर कम क्यों हो रहा है तो यह सीधे रूप से आपके बीपी को बढ़ाने का कारण बनेगा। क्योंकि जब व्यक्ति का थायराइड हार्मोन का स्तर कम होता है तो आपकी रक्त वाहिकाएं सिकुड़ने लग जाती है और जब रक्त वाहिकाएं सिकुड़ती है तो इसका मतलब होता है कि आपका थायराइड हार्मोन का स्तर कम हो रहा है जिस कारण से व्यक्ति का ब्लड प्रेशर बढ़ना शुरू हो जाता है और उसके लिए काफी ज्यादा खतरा बन जाता हैं।
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थायराइड और बीपी के बीच क्या संबंध है?
जैसा कि हम आपको यह बता चुके हैं कि यहां पर हम आपको इस प्रश्न का उत्तर दे रहे हैं कि क्या थायराइड के कारण व्यक्ति का वजन घट बढ़ सकता है तो ऊपर हम आपको इससे संबंधित कुछ तथ्य बता चुके हैं जो यह साबित कर पाएंगे कि थायराइड के कारण व्यक्ति का वजन बढ़ता है या फिर घटता है। नीचे हम आपको कुछ और प्रकार से इस प्रश्न का उत्तर देंगे।

- हाइपरथायराईडीजयम के माध्यम से समझें: यदि आप चाहे तो इस प्रकार से भी इन दोनों के बीच के संबंध को समझ सकते हैं। जब व्यक्ति का थायराइड हार्मोन का संतुलन बहुत ज्यादा गड़बड़ करने लगता है या फिर उसके शरीर में थायराइड हार्मोन बहुत ज्यादा बढ़ने लग जाता है तो इससे व्यक्ति की हार्ट रेट बहुत ज्यादा बढ़ने लग जाती है। जब व्यक्ति की हार्ट रेट बढ़ने लग जाती है तो उसकी रक्त वाहिकाएं फैलने लग जाती हैं। और जब रक्त वाहिकाएं फैलने लग जाते हैं तो इससे व्यक्ति का ब्लड प्रेशर कम होने लग जाता है। लेकिन कुछ मामलों में यह इसके विपरीत काम भी कर सकता है मतलब की कुछ मामलों में यह आपका ब्लड प्रेशर को बढ़ाने के लिए भी जाना जा सकता है।
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- ब्लड प्रेशर के संतुलन में बदलाव आना: इस बात को नकारा नहीं जा सकता है कि जब आपके थायराइड हार्मोन में बदलाव आने लगता है तो इससे आपका ब्लड प्रेशर की संतुलन में भी बदलाव आना शुरू हो जाता है। मतलब थायराइड हार्मोन आपके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में कर सकता है। इसीलिए यदि आपको थायराइड की समस्या है और आपके ब्लड प्रेशर में बदलाव आ रहा है तो आपको तुरंत इसे नियंत्रण में करने का कार्य करना चाहिए।
क्या थायराइड की समस्या व्यक्ति का बीपी कम करने के लिए जानी जाती हैं?
बहुत से लोगों को मानना है कि थायराइड की समस्या व्यक्ति का बीपी बढ़ा सकती है लेकिन बहुत से लोगों का मानना है कि थायराइड की समस्या से व्यक्ति का बीपी कम हो जाता है। नीचे हम आपको यह बता रहे हैं कि क्या थायराइड की समस्या व्यक्ति का व्यक्ति कम करने के लिए जानी जाती है।
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- यहां पर हम आपको स्पष्ट करते हैं कि जी हां थायराइड की समस्या व्यक्ति के बीपी को कम करने के लिए जान जा सकती है। व्यक्ति के शरीर का थायराइड हार्मोन का स्तर हमेशा उसके बीपी को कंट्रोल में करने का कार्य करता है। इसी प्रकार जब व्यक्ति के थायराइड का हार्मोन स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है तो उसके शरीर का बीपी बहुत ज्यादा कम होने लग जाता है। यहां पर यह कहना गलत नहीं होगा कि व्यक्ति के शरीर के थायराइड हार्मोन स्तर और उसके बीपी के बीच नेगेटिव संबंध है। हालांकि यह संबंध कई मामलों में पॉजिटिव कार्य भी करता है लेकिन अधिकतर मामलों में यह नेगेटिव संबंध दिखाने के लिए ही जाना जाता है। इसीलिए जिस व्यक्ति को थायराइड की समस्या होती है उसे बीपी से जुड़ी समस्याएं होने की संभावना भी हमेशा बनी रहती है। इसीलिए व्यक्ति को हमेशा यह सलाह दी जाती है कि उसे अपने थायराइड को वक्त रहते नियंत्रण में कर लेना चाहिए।
यहां पर हमने आपको यह बताया कि थायराइड की वजह से बीपी बढ़ता है या नहीं। आशा करते हैं कि आपको इस प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा और अब आप यह स्पष्ट रूप से जान चुके होंगे कि थायराइड बीपी बढ़ाने के लिए जाना जाता है या फिर नहीं। लेकिन हम आपको यह सलाह देना चाहते हैं कि इस लेख को पढ़कर किसी भी प्रकार के चिकित्सा निष्कर्ष पर न पहुंचे क्योंकि हमने इस लेख को लिखने के लिए विभिन्न स्रोतों का सहारा लिया है। इसीलिए यदि आप इन दोनों के बीच के संबंध को समझना चाहते हैं तो आपको किसी विशेषज्ञ से पूछना चाहिए या फिर आपको इन दोनों में से ही कोई भी समस्या है तो भी आपको विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।